स्कूल को निहारते बारिश के पानी में गढ़ रहे भविष्य नौनिहालो का–

पखांजूर से बिप्लब कुण्डू-15.7.22

स्कूल को निहारते बारिश के पानी में गढ़ रहे भविष्य नौनिहालो का–

*धस रही है छत का प्लास्टर, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा,सरपंच व ग्रामीण दो साल से लगा रहे अधिकारियों से गुहार,बदले मिल रहा सिर्फ आस्वासन ।

पखांजूर–
कांकेर जिले में शिक्षा के मंदिर का क्या हाल हैं ये देखिये जहां स्कुल की छत से पानी टपक रहा है प्लास्टर कभी भी गिर सकता है ऐसे मे बच्चो को क्लास जाने मे डर लगता है और बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं … स्कूल में पढ़ने वाले बच्चें से लेंकर टीचर तक खासें परेशान हैं … हर किसी को बस एक ही डर सता रहा है की जहाँ पूरी भवन का छत से पानी सीपेज हो रहा है कभी भी प्लास्टर गिर सकता है ऐसे में बच्चें कैसे पढेगें ओर कैसे बढेगें … ये नजारा है कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा ब्लाक के लक्ष्मीपुर पीव्ही 73 का।बच्चो को शिक्षित करने के लिए बनाया गया स्कुल का भवन आज जर्जर है. जहा टीचर मुसीवत के बीच बच्चो को पढ़ा रहे है और पढ़ते हुए बच्चे स्कुल बिल्डिंग को निहारते हुए अपना भविष्य गढ़ रहे है … स्कुल के शिक्षक दीपक चंद्र मंडल ने कहा की स्कुल का यही हाल है।हमने बीआरसी को इसका जानकारी दिया पर कोई सुधार नही कराया गया।प्रति रूम का यही हाल है दो रूम से पानी नही टपकता है जहाँ पहली से लेकर पांचवी और 6वी से 8वी के बच्चो को एक साथ बिठाकर पढ़ाया जा रहा है।बात ये है कि इतने अलग अलग कक्षा के बच्चो को एक साथ पढ़ाई कराए तो बच्चो के भविष्य कैसा होगा आप खुद ही अनुमान लगा सकते हैं। इस विषय में जब शिक्षा विभाग के अधिकारी द्वारा फोन उठाना भी संभव नहीं हुआ तो हमारी बच्चो के भविष्य अंधकारमय होना निश्चित होना दिख रहा है।

ग्रामीणों के साथ शिक्षको का कहना है कि यदि बिल्डिंग अच्छी होती तो बच्चो की संख्या ज्यादा होता।बच्चे घर से निकलते है पढ़ने के लिए पर पालको की चिंता इस बात की रहती है की स्कुल भवन की हालत तो जर्जर है क्या बच्चा तो अन्दर जाकर कोई मुसीवत में तो फंस नही जायगा। स्कुल भवन होते हुए भी जर्जर अवस्था से पालक इसे देख कर दुखी होते है पर करे तो क्या करे ।

मीडिया कर्मी के साथ आम आदमी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष नीरज राय भी स्कूल का जायजा लिया और कहा कि ये सरकार के अनदेखी है जो कि बच्चो के भविष्य को लेकर खिलवाड़ कर रही है और स्कूल भवन भ्रस्टाचार के भेंट चढ़ गई है।शासन प्रशासन को चाहिए कि इस समस्या को तुरंत संज्ञान में लेकर सुधार कार्य करवाना चाहिए यह तक नही कोयलीबेड़ा ब्लाक में जितने भी स्कूल जर्जर है उसको तुरंत मरम्मत कर बच्चो के भविष्य के बारे में सोचना चाहिए।पहली बारिश में स्कूलों का यही हाल है तो आगे क्या होगा।

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